![]() |
2025 Solar Storm Alert: भारत के GPS, Mobile Network और Satellites पर क्या असर पड़ेगा?
आज सुबह दुनिया की प्रमुख Space Weather Agencies—NASA, NOAA और ESA—ने एक Strong Solar Storm को लेकर अलर्ट जारी किया है। भारत में यह खबर तेजी से चर्चा में है क्योंकि पिछले 48 घंटों में सूर्य ने लगातार तीन तेज़ Coronal Mass Ejections (CME) छोड़ें हैं, जो सीधे पृथ्वी की तरफ बढ़ रहे हैं।
सोशल मीडिया पर सवाल छाया हुआ है: “क्या भारत में आज मोबाइल नेटवर्क या GPS डाउन हो जाएगा?”
हमारी ग्राउंड रिपोर्ट आपको बताती है कि असली स्थिति क्या है, और भारत पर इसका कितना असर पड़ सकता है।
1. Solar Storm क्या होता है और यह खतरा क्यों बढ़ गया है?
NASA और NOAA के नवीनतम डेटा के अनुसार, सूर्य हर 11 साल में एक Solar Cycle Peak पर पहुंचता है, जहां उसकी गतिविधियां बेहद तेज़ हो जाती हैं।
इस समय: -
✔ Sunspots बढ़ जाते हैं
✔ Solar Flares ज्यादा फटते हैं
✔ और CME के रूप में अरबों टन चार्ज्ड कण अंतरिक्ष में निकलते हैं
ये कण जब पृथ्वी के मैग्नेटिक फील्ड से टकराते हैं, तो इसे कहा जाता है —" Geomagnetic Storm"
2025 का यह तूफ़ान इसलिए गंभीर माना जा रहा है क्योंकि:-
▪ CME की रफ्तार 700–900 km/s रिकॉर्ड हुई
▪ इसका एंगल सीधे पृथ्वी की तरफ है
▪ टक्कर की संभावना अगले 24–36 घंटों में
![]() |
| “भारत पर असर: GPS & Satellites” |
2. भारत के सैटेलाइट्स पर क्या असर हो सकता है?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने भी Internal Alert जारी किया है।
संभावित प्रभाव:
* NavIC और GPS सिग्नल में हल्की गड़बड़ी
मौसम, कृषि और नेविगेशन में इस्तेमाल होने वाला GPS कुछ समय के लिए धीमा हो सकता है और Accuracy भी कम हो सकती है।
* Communication Satellites पर बढ़ा हुआ Radiation Pressure
GSAT और NavIC (भारत का Navigation System) पर हाई-इलेक्ट्रॉन फ्लक्स की वजह से संचार उपग्रहों में कुछ समय के लिए नॉइज़ बढ़ सकता है।
* Internet Backbone पर Momentary Lags
Undersea Cables पर खतरा कम है, पर सैटेलाइट आधारित इंटरनेट में छोटी रुकावटें संभव। Starlink, Jio Satellite Internet और अन्य सिस्टमों में पल-पल की रुकावट संभव है।
* Aviation में High-Altitude Flight Routes पर Alert
Arctic Routes पर उड़ने वाले अंतरराष्ट्रीय विमान रेडिएशन अलर्ट के कारण वैकल्पिक रूट ले सकते हैं।
4. आज किस प्रकार का Solar Storm आने वाला है?
Space Weather Prediction Center (SWPC) का अनुमान:
🔸 Category: G3 (Strong) Geomagnetic Storm
🔸 Impact Time: अगले 24 घंटे में कभी भी
🔸 लक्षण:
* GPS accuracy में 5–20 मीटर तक फर्क
* High-Frequency Radio Signals में Noise
* Power Grid Operators को मॉनिटरिंग बढ़ाने की सलाह
![]() |
| NASA/NOAA Space Weather डेटा का एक इन्फोग्राफिक-स्टाइल ग्राफ |
5. भारत सरकार और ISRO की तैयारी कैसी है?
हमारी रिपोर्ट के अनुसार तीन बड़े कदम पहले ही लिए जा चुके हैं:
1. ISRO ने सभी Active Satellites को “Safe Mode Protocol” पर शिफ्ट किया, CME Impact के दौरान सिस्टम्स को Low-Risk मोड में रखा जाता है।
2. Aviation Authority ने Airlines को Advisory जारी की, HF रेडियो कम्युनिकेशन का बैकअप रखा गया है।
3. Power Grid Monitoring बढ़ा दिया गया, Geomagnetic Current से बिजली ग्रिड में फ्लक्चुएशन आ सकता है।
6. क्या भारत में Northern Lights दिखेंगे?
कुछ वायरल पोस्ट दावा कर रहे हैं कि भारत में भी ऑरोरा दिख सकता है।
सच्चाई:
▪ भारत का Latitude बहुत दक्षिण में है
▪ केवल G5+ Ultra-Extreme Storm में ही इंडिया तक Aurora आ सकता है
▪ और आज का तूफ़ान G3 है
इसलिए भारत में Northern Lights दिखने की संभावना शून्य है।
निष्कर्ष — खतरा है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं
2025 का Solar Storm निश्चित रूप से एक बड़ा इवेंट है, पर यह Disaster Level का नहीं है। Impact moderate रहने की संभावना है, सबसे ज्यादा असर पड़ेगा:
📡 GPS Accuracy
🛰 Satellite Communication
📶 Satellite Internet
✈ Aviation Routes
लेकिन भारत तैयारी के साथ है और Full Blackout जैसी स्थिति लगभग असंभव है।
यह घटना एक याद दिलाती है कि— “Space Weather अब Global Security का हिस्सा बन चुका है।”
FAQ
Q1. 2025 Solar Storm भारत में कब असर दिखाएगा?
अगले 24–36 घंटों में इसका असर दिख सकता है, क्योंकि CME सीधे पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है।
Q2. क्या भारत में GPS और Mobile Network बंद हो जाएगा?
पूरी तरह बंद नहीं होगा, लेकिन GPS accuracy 5–20 मीटर तक कम हो सकती है और कॉल ड्रॉप बढ़ सकते हैं।
Q3. क्या ISRO ने कोई चेतावनी जारी की है?
हाँ, ISRO ने Satellites को Safe Mode में रखने और Airlines को Advisory जारी की है।
Q4. क्या भारत में Northern Lights दिखेंगे?
नहीं। यह G3 Storm है, जबकि ऑरोरा भारत में तभी दिखेंगे जब Storm G5+ हो।
Q5. क्या Power Grid पर असर पड़ेगा?
हल्की मॉनिटरिंग की जरूरत रहती है, लेकिन बड़े स्तर का ब्लैकआउट लगभग असंभव है।



0 Comments